स्कोरिंग।

मैदान के हरेक छोर पर चार खंभे होते हैं। बाहरी दो खंभे मध्य के दो खंभों से छोटे होते हैं। यदि गेंद सीधे दो लंबे खंभों के मध्य किक की जाती है तो उस टीम को 6 प्वाइंट का गोल दिया जाता है। यदि गेंद दोनों सिरों के छोटे खंभों में से किक मारकर निकाली जाती है तो एक प्वाइंट दिया जाता है। यदि गोल के खंभों से गेंद निकलने से पहले कोई विरोधी खिलाड़ी इसे छू देता है, तो केवल एक प्वाइंट दिया जाता है। गोल माने जाने के लिए गेंद किक की जानी चाहिए परन्तु यदि कोई खिलाड़ी हाथ से गेंद को धकेलता या मुक्का मारता है तो एक प्वाइंट दिया जाएगा। गेंद को खेल से बाहर करने के लिए विरोधी खिलाड़ी अपने विरोधी के गोल से गेंद किक करके बाहर कर सकता है, इसे रशड बिहाइंड कहते हैं।

afl goal

स्कोर किए गए गोल.किए गए प्वाइंट के तौर पर दर्शाए जाते हैं। अंतिम स्कोर = गोल X 6 + किए गए प्वाइंट, उदाहरणत: होम 12.9 (81) अवे 9.12 (66)

गोल दिए जाने पर, गेंद दोबारा मैदान के मध्य में लाई जाती है। प्वाइंट स्कोर किए जाने पर, जिस टीम के विरूद्ध प्वाइंट

स्कोर हुआ होता है, गेंद उनके पास आ जाती है और वह गोल लाइन से गेंद को वापिस खेल में किक करती है।

इतने पास

यदि गोल करने की कोशिश करते हुए खिलाड़ी से गेंद गोल के किसी बड़े खंभे पर लगती है, तो एक प्वाइंट दिया जाता है। यदि प्वाइंट (छोटे) खंभे पर गेंद लगती है, तो यह फुल पर सीमा रेखा से बाहर मानी जाएगी।

afl scoreboard